---हास्य शायरी ---
इश्क है तो कुबूल कर लो सरेआम दुनिया के सामने;
वो जो खंडहरों के पीछे होता है उसे चुदाई कहते है।
😀
---हास्य शायरी ---
क्या कशिश थी उस की आँखों में मत पूछो;
मुझ से मेरा दिल लड़ पड़ा मुझे यही चूत चाहिए।
😀
---हास्य शायरी ---
यूं मुसकुरा के मेरे सामने से ना निकला करो जालिम,
ये दिल तो समझ जाता है...
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पर लंड को समझाने में हाथों की मां चुद जाती है।
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